आर्थिक महत्व के दृष्टिकोण से टेरीडोफाईट्स का आर्थिक महत्व अपेक्षाकृत कम होता है । इनके कुछ प्रमुख आर्थिक महत्व निम्नानुसार हैं -
टेरीडोफाइटा का आर्थिक महत्व
1. सजावटी पौधों के रूप में (As ornamental plants) - टेरीडोफाइट्स की कई प्रजातियाँ सजावटी पौधों के रूप में उपयोगी होती है । उदाहरण -(i) सिलैजनेला की प्रजातियाँ जैसे - सि. विलेडेनोवी, सि. सीसिया में धात्विक चमक होती है अंतः इसका उपयोग सजावटी पौधे के रूप में होता है । (ii) लाइकोपोडियम एवं विभिन्न फर्न जैसे टेरीडियम, पॉलीपोडियम आदि का उपयोग भी सजावटी पौधों के रूप में किया जाता है ।
2. मृदा संरक्षण में- टेरीडोफाइट्स की कई प्रजातियाँ मृदा अपरदन को रोकने में उपयोगी होती हैं । उदाहरण - लाइकोपोडियम, सिलैजनेला ।
3. औषधीय महत्व (Medicinal value) -
(i) लाइकोपोडियम का उपयोग गुर्दे के रोग में किया जाता है ।
(ii) लाइकोपोडियम क्लैवेटम का उपयोग त्वचा के रोगों के उपचार में किया जाता है।
(iii) इक्विसीटम आर्वर्न्स डाईयूटेरिक के रूप में किया जाता है।
(iv) ड्रायोप्टेरिस के प्रकंद एवं पर्णकों का उपयोग टीनीफ्यूज के रूप में किया जाता है ।
4. अन्य उपयोग (other uses)-
(i) लाइकोपोडियम ऑब्सकुरम का उपयोग क्रिसमस त्यौहार ने सजावट के लिए किया जाता है ।
(ii) इक्विसीटम आर्वेंस का उपयोग मृदा ने सोने की उपस्थिति के सूचक पादप के रूप में किया जाता है ।
(iii) इक्विसीटम की बाह्य त्वचा पर अत्यधिक मात्रा में सिलिका पाया जाता है । अंतः इसका उपयोग धातु से बने बर्तनों को साफ करने में किया जाता है । इसलिए इसे (Scouring rushes) कहा जाता है ।
(iv) मार्सिलिया ड्रामोंडी के स्पोरोकार्प का स्टार्ची पेस्ट केक बनाने के काम आता है । इसे (nardoo) कहते हैं।
(v) एजोला का उपयोग धान के खेतों में उर्वरता को बनाए रखने के लिए किया जाता है क्योंकि इसकी पत्तियों में नीली - हरी शैवाल सहजीवी के रूप में रहता है तथा नाइट्रोजन स्थिरीकरण करके भूमि की उर्वरता को बढ़ाता है ।