प्रोटोप्लाज्म क्या है in hindi

 जीवों की प्रत्येक कोशिका में जीवद्रव्य-कला के अंदर एक प्रकार का मटमैला अर्द्ध -पारदर्शक चिपचिपा तरल जीवित पदार्थ पाया जाता है, जिसे जीवद्रव्य कहते हैं । जीवद्रव कोशिका में पाए जाने वाला तथा सभी जैविक गुणों को प्रदर्शित करने वाला एक मूल पदार्थ होता है ।  इसी कारण हक्सले ने इसे "जीवन का भौतिक आधार" कहा है । जीवद्रवी को निम्न प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं - 

"यह प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, प्रकीणव तथा जल आदि प्रदार्थो का बना सुसंगठित तथा परिवर्तनशील जटिल कोलाइडी विलयन होता है जिसमें कोशिका के सभी सक्रिय भाग पाए जाते हैं ।" 

रसायनिक संगठन - जीवित वस्तु होने के कारण इसका संगठन प्रत्येक कोशिका में प्रत्येक समय एक जैसा नहीं रहता है । इस कारण रसायनिक संगठन ज्ञात करना एक कठिन कार्य है।  

अंतः जीवद्रव्य अनेक पदार्थों का एक जटिल सम्मिश्रण है जो आवश्यकतानुसार परिवर्तित हो सकता है ।  

अब तक मृत जीवद्रव्य में कुल 34 तत्वों की खोज की जा चुकी है।  इसमें से ऑक्सीजन(62%), कार्बन(20%), हाइड्रोजन(10%), नाइट्रोजन(3%), कैल्शियम(2.5%), फॉस्फोरस(1.15%),सल्फर(0.15%) आदि प्रमुख हैं जो कोशिका के द्रव्य में पाए जाते हैं । इन तत्वों के अलावा आयोडीन, मैंगनीज, बोरॉन, एल्यूमीनियम, तांबा, ब्रोमीन, जस्ता आदि तत्व भी बहुत कम मात्रा में (लगभग 0.76%) जीवद्रव्य में पाए जाते हैं । इन तत्वों को जो जीवद्रव्य में बहुत कम मात्रा में पाए जाते हैं, माइक्रोएलमेंट कहते हैं, जबकि शेष मैक्रोएलमेंट कहलाते हैं ।

उपर्युक्त सभी तत्व जीवद्रव्य में पृथक्-पृथक् न रहकर कार्बनिक (जैसे-कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, लिपिड, हार्मोन, विटामिन, इत्यादि) और अकार्बनिक (जैसे- जल, गैस आदि) यौगिकों के रूप में पाए जाते है ।


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